खो गया था दुनिया के झंझावातों में आइना देखता हूँ, पर खुद की तलाश है, मुसाफिर हूँ. ये अनकही खुली किताब है मेरी... हर पल नया सीखने की चाहत में मुसाफिर हूँ.. जिंदगी का रहस्य जानकर कुछ कहने की खातिर अनंत राह पर चला मैं मुसाफिर हूँ... राह में जो कुछ मिला उसे समेटता मुसाफिर हूँ... ग़मों को सहेजता, खुशियों को बांटता आवारा, अल्हड़, दीवाना, पागल सा मुसाफिर हूँ... खुशियों को अपना बनाने को बेक़रार इक मुसाफिर हूँ... उस ईश्वर, अल्लाह, मसीहा को खोजता मैं मुसाफिर हूँ...
गरीबी तो बहुत खींच ली, बहुत खूबसूरत खींच ली मेरे दोस्त, एक गुजारिश मान, मेरे लिए एक ऐसे गरीब की तस्वीर ले आ, जो अमीर हो, एक ऐसे अमीर की तस्वीर ले आ, जो गरीब हो...
2 comments:
hey......
first two pics are awesome buddy
गरीबी तो बहुत खींच ली,
बहुत खूबसूरत खींच ली मेरे दोस्त,
एक गुजारिश मान,
मेरे लिए एक ऐसे गरीब की तस्वीर ले आ, जो अमीर हो,
एक ऐसे अमीर की तस्वीर ले आ, जो गरीब हो...
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